स्वैच्छिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भुगतान
स्वैच्छिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता समाज के लिए काम करते हैं. यानी उनके लिए काम करते हैं जिनके लिए काम करने की जिम्मेदारी खुद सरकार की होती है। इसका यह अर्थ हुआ कि समाज सेवा के कार्य में रोजगार देने के मामले में और सामाजिक काम करने के मामले में स्वैच्छिक संगठन और राजनीतिक पार्टियां सरकार की पूरक हैं। इसका यही अर्थ है कि सरकार की आय का जो स्रोत है, आय का वही स्रोत स्वैच्छिक संगठनों और राजनीतिक पार्टियों का भी होना चाहिए- यानी डायरेक्ट टैक्स (प्रत्यक्ष कर)। इसलिए जो लोग शैक्षिक संगठनों को और राजनीतिक दलों को चंदा देते हैं, उनके चंदे की वापसी ब्याज की आकर्षक दर के साथ हो, यह आश्वासन देने के लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए। यह कानूनी आश्वासन स्वैच्छिक संगठनों को और राजनीतिक दलों को काम करने के लिए पैसे का पूरा इंतजाम कर देगा। आर डी आर (RDR) के नाम से प्रस्तावित उपकरण इसी सोच को धरातल पर उतारने की कोशिश है।
समाज सुधारकों को भुगतान का तरीका
किस पैसे से काम करें राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता? (भाग – 1 )
किस पैसे से काम करें राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता? (भाग – 2 )
किस पैसे से काम करें राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता? (भाग – 3 )